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11 अप्रैल से 19 मई तक सात चरणों में होंगे लोकसभा-2019 के चुनाव

चुनाव आयोग ने 10 मार्च, 2019 को 17वीं लोकसभा के लिए चुनाव की घोषणा कर दी। इसी के साथ देशभर में आदर्श आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। ये चुनाव 11 अप्रैल से लेकर 19 मई, 2019 तक सात चरणों में कराए जाएंगे। जिनमें लोकसभा की 543 सीटों के लिए मतदान होगा। इन चुनावों के नतीजे 23 मई को घोषित किये जायेंगे। लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को समाप्त हो रहा है।

पहले चरण में, 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों पर; दूसरे चरण में, 13 राज्यों की 97 सीटों पर; तीसरे चरण में, 14 राज्यों की 115 सीटों पर; चौथे चरण में, 9 राज्यों की 71 सीटों पर; पांचवें चरण में, 7 राज्यों की 51 सीटों पर; छठे चरण में 7 राज्यों की 59 सीटों पर; तथा सातवें व अंतिम चरण में 8 राज्यों की 59 सीटों पर चुनाव होंगे।

2019 का चुनावी कैलेंडर

चरण        राज्य        सीटें          चुनाव की तिथि

पहला        20          91          11 अप्रैल, 2019

दूसरा       13          97          18 अप्रैल, 2019

तीसरा        14          115         23 अप्रैल, 2019

चौथा        09          71          29 अप्रैल, 2019

5वां         07          51          06 मई, 2019

6ठा         07          59          12 मई, 2019

7वां         08          59          19 मई, 2019      

17वीं लोकसभा के लिए चुनावों में विशेष:

  • इन चुनावों में पहली बार प्रत्येक मतदान केंद्र पर ईवीएम के साथ वीवीपैट का भी इस्तेमाल किया जायेगा। सभी ईवीएम और वीवीपैट, जीपीएस से ट्रैक होंगी।
  • 17वीं लोकसभा के लिए चुनावों में 89.71 करोड़ लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। जोकि वर्ष 2014 के मुक़ाबले 8.34 करोड़ ज़्यादा हैं।
  • कुल मतदाताओं में 46.53 पुरुष मतदाता हैं जबकि महिलाओं की भागीदारी इसमें 43.16 करोड़ है।
  • इस बार मतदान करने वालों में डेढ़ करोड़ से भी अधिक मतदाता 18-19 आयु वर्ग के होंगे।
  • लोग 1950 नंबर डायल कर मतदाता सूची से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
  • पहचान पत्र के लिए 11 विकल्प रखे गए हैं।
  • चुनाव आयोग द्वारा जारी जानकारी के अनुसार रात्रि 10 बजे से प्रातः 6 बजे तक लाउड स्पीकर प्रतिबंधित होंगे। मतदान से 48 घंटे पूर्व लाउड स्पीकर नहीं चला सकेंगे।
  • देशभर में 10 लाख से अधिक मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। जबकि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में 9 लाख मतदान केंद्र बनाए गए थे।
  • चुनाव आयोग के अनुसार चुनाव का कार्यक्रम बनाते समय, परीक्षा कार्यक्रमों और त्योहारों का ध्यान भी रखा गया है।

 

प्रत्याशियों के लिए निर्देश:

  • प्रचार-प्रसार पर उम्मीदवार कुल 70 लाख रुपये से ज़्यादा नहीं ख़र्च कर सकेंगे।
  • उम्मीदवारों को अपने पैन (PAN) के द्वारा पांच वर्ष का आयकर रिटर्न दिखाना होगा।
  • सत्यापित (verified) सोशल मीडिया अकाउंट पर ही विज्ञापन चलेंगे।
  • विदेशों में मौजूद अपनी अथवा अपने परिजनों की संपत्ति का नामांकन पत्र में ब्यौरा देना होगा।
  • पत्र में कोई भी स्तम्भ ख़ाली छोड़ने पर वह ख़ारिज कर दिया जायेगा।

विज्ञापन के ज़रिये बताना होगा अपना आपराधिक रिकॉर्ड:

चुनाव के प्रत्याशियों को अख़बार या टीवी में तीन बार विज्ञापन देकर अपनी आपराधिक पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी देनी होगी। फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब पर राजनीतिक विज्ञापन की जानकारी रखी जाएगी।

राज्यों से सम्बंधित अन्य तथ्य:

  • आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश व सिक्किम विधानसभा के चुनाव वहां पर लोकसभा के मतदान के दिन कराये जायेंगे।
  • 12 राज्यों की 24 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव भी लोकसभा चुनावों के साथ होंगे।
  • सुरक्षा के मद्देनज़र जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव टाल दिए गए हैं। अनंतनाग लोकसभा सीट पर तीन चरणों में चुनाव कराये जायेंगे।
  • देश की राजधानी दिल्ली में इस बार कुल वोटरों की संख्या 1.38 करोड़ है जिसमें 76.3 लाख पुरुष और 62.1 लाख महिला मतदाता हैं। जबकि नए वोटरों की तादाद साढ़े नौ हज़ार से अधिक है। वर्ष 2014 में यहाँ 65.09 प्रतिशत वोटिंग हुई थी।

मतदाताओं के लिए “cVIGIL ऐप:

लोगों के सुझावों और शिकायतों के समाधान के लिए “cVIGIL” नामक ऐप विकसित की गयी है जिसके ज़रिये आचार संहिता के उल्लंघन मामले में शिकायत के साथ वीडियो या फ़ोटो अपलोड की जा सकेगी। अथॉरिटी द्वारा सौ मिनट के भीतर स्टेटस बताया जायेगा। साथ ही ऐसे किसी मामले में टोल फ़्री नं. 1800111400 पर भी शिकायत दर्ज की जा सकती है।

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