2 जुलाई, 2020 के मुख्य हिंदी करेंट अफेयर्स प्रश्न-उत्तर
प्रश्न-1. हाल ही में UNFPA ने ‘स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन, 2020 (State of World Population 2020) रिपोर्ट जारी की। इस सन्दर्भ में निम्नलिखित में से कौन-से कथन सही हैं?
- रिपोर्ट के अनुसार, हर वर्ष विश्व में 142 मिलियन (2 करोड़) लड़कियों की मृत्यु हो रही है।
- वर्तमान में विश्वभर में 140 मिलियन महिलाएं लापता हैं।
- भारत में लिंग चयन के कारण 46 मिलियन (6 करोड़) लड़कियों की हर वर्ष मृत्यु हो रही है।
कूट :
(a) केवल कथन 1 (b) कथन 1 और 2
(c) कथन 2 और 3 (d) उपर्युक्त सभी
उत्तर- (d) उपर्युक्त सभी
व्याख्या : ‘यूनाइटेड नेशन्स पॉपुलेशन फंड’ (United Nations Population Fund- UNFPA) ने वैश्विक स्तर पर महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों और उनकी घटती संख्या के संदर्भ में हाल ही में ‘स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन, 2020 (State of World Population, 2020) नामक रिपोर्ट जारी की है।
रिपोर्ट के मुताबिक़, विश्वभर में महिलाओं की मृत्यु की संख्या पिछले 50 वर्षों में दोगुनी से अधिक हो गई है। वर्ष 1970 में यह संख्या 6.10 करोड़ (61 मिलियन) थी, जो वर्ष 2020 में बढ़कर 14.26 करोड़ पर पहुँच गई है।
विश्व में लिंग परीक्षण के कारण कुल मृत लड़कियों की संख्या लगभग दो-तिहाई है तथा जन्म के बाद की महिला मृत्यु दर लगभग एक-तिहाई है।
रिपोर्ट के अनुसार, हर वर्ष दुनियाभर में 142 मिलियन (14.2 करोड़) लड़कियों की मृत्यु हो रही है।
लैंगिक आधारित भेदभाव अर्थात् जन्म से पूर्व लिंग चयन के कारण विश्व में प्रतिवर्ष लगभग 12 से 15 लाख लड़कियों की मृत्यु हो जाती है जिनमें से 90 से 95 फ़ीसद मृत्यु भारत और चीन में होती हैं।
इसके अलावा वर्तमान में विश्वभर में 140 मिलियन महिलाएं लापता हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वर्तमान में जीवित लड़कियों व महिलाओं में से 650 मिलियन बाल विवाह जैसी कुप्रथा से पीड़ित हैं।
रिपोर्ट में भारत की स्थिति :
- लिंग चयन के कारण भारत में 46 मिलियन (4.6 करोड़) लड़कियों की हर वर्ष मृत्यु हो रही है।
- वर्ष 2020 तक भारत में मृत महिलाओं की संख्या 45.8 मिलियन हो गई है जबकि चीन में यह आँकड़ा 72.3 मिलियन है।
- भारत के पड़ोसी देशों में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान में 5 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों की मृत्यु दर 3 फ़ीसद से कम है।
- रिपोर्ट में वर्ष 2014 के एक अध्ययन को आधार बनाते हुए कहा गया है कि भारत में प्रति 1,000 महिलाओं पर 13.5 प्रति महिला की मृत्यु प्रसवपूर्व लिंग चयन के कारण हुई है।
- इसके अलावा भारत में 5 वर्ष से कम उम्र की बालिकाओं में मृत्यु दर का अनुपात 9 बालिकाओं पर 1 है, जो सर्वाधिक है।
रिपोर्ट में बताई गई महिलाओं के विरुद्ध घातक प्रथाएँ :
- इस रिपोर्ट में महिलाओं के विरुद्ध 3 प्रकार की कुरीतियों को व्यापक स्तर पर घातक बताया गया गया है –
- फ़ीमेल जेनिटल म्यूटिलेशन
- बाल विवाह
- लोगों में पुत्र प्राप्ति की तीव्र इच्छा
बता दें कि इस रिपोर्ट में पक्षपातपूर्ण लिंग चयन के साथ-साथ जन्म के समय लिंग अनुपात असंतुलन का अध्ययन करके महिलाओं की मृत्यु के कारणों की जाँच की गई है।
प्रश्न-2. हाल ही में किस देश के वैज्ञनिकों ने एक नए फ्लू वायरस का पता लगाया है, जिसमें महामारी का रूप लेने की क्षमता बताई जा रही है?
(a) इटली (b) चीन
(c) अमेरिका (d) जापान
उत्तर- (b) चीन
व्याख्या : चीन में वैज्ञानिकों ने फ़्लू के एक ऐसे नए स्ट्रेन यानि कि नए स्वाइन फ्लू की पहचान की है जिसमें महामारी का स्वरूप लेने की क्षमता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक़, यह नया स्वाइन फ्लू H1N1 स्वाइन फ्लू का वंशज है। इस नए फ्लू को Swine Flu G4 नाम दिया गया है।
हालांकि यह वायरस सूअरों में पाया जाता है लेकिन यह इंसानों को भी संक्रमित कर सकता है।
दरअसल, वैज्ञानिकों में चिंता इस बात को लेकर है कि यह वायरस अपना स्वरूप बदल सकता है और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बेहद आसानी से फैल कर एक महामारी का रूप ले सकता है।
विद्युत (संशोधन) विधेयक, 2020 :
- इस विधेयक को लाने का उद्देश्य विद्युत क्षेत्र में वाणिज्यिक और निवेश गतिविधियों को कमज़ोर करने वाले महत्त्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करना है।
- इसके अलावा इसके निम्नलिखित उद्देश्य भी हैं-
- विद्युत क्षेत्र की स्थिरता में वृद्धि करना
- उपभोक्ता केंद्रित अवधारणा को सुनिश्चित करना
- हरित ऊर्जा को प्रोत्साहित करना
- विदित हो कि विद्युत समवर्ती सूची का विषय है।
विधेयक के मुख्य संशोधन :
- अध्यक्ष और राज्य विद्युत नियामक आयोगों के सदस्यों की नियुक्ति के लिये अलग चयन समिति की बजाय एक राष्ट्रीय चयन समिति गठित करने का प्रस्ताव ;
- प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण का प्रयोग ;
- निर्धारित टैरिफ यानि कॉस्ट रिफ्लेक्टिव टैरिफ को अपनाने के लिये 60 दिनों की अवधि निर्धारित की गई
- विद्युत संविदा प्रवर्तन प्राधिकरण की स्थापना, जिसकी अध्यक्षता उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश द्वारा की जाएगी ;
- प्रस्तावित विधेयक में अन्य देशों के साथ विद्युत व्यापार को सुविधाजनक बनाने तथा विकसित करने हेतु कई प्रावधान किये गए हैं ;
- अपीलीय न्यायाधिकरण को मज़बूत करना ;
- राज्य विद्युत नियामक आयोग की अनुमति के साथ डिस्कॉम (DISCOM) को एक विकल्प के रूप में अपने किसी विशेष क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु एक अन्य व्यक्ति को अधिकृत करने के अधिकार डिस्कॉम को देने का प्रस्ताव ।
प्रश्न-3. रूस में हाल ही में संपन्न हुए संविधान संशोधन हेतु जनमत संग्रह के सन्दर्भ में निम्नलिखित में से कौन-से कथन सही हैं?
- रूस में कराए गए इस जनमत संग्रह में रूस की जनता ने वर्ष 2036 तक पुतिन की राष्ट्रपति पद हेतु दावेदारी का समर्थन किया है।
- कुल मतों में से संविधान संशोधन के समर्थन में 77.9% मत पड़े ।
- इस जनमत संग्रह के परिणामस्वरूप व्लादिमीर पुतिन अब वर्ष 2036 तक अपने पद पर बने रहेंगे।
कूट :
(a) केवल कथन 1 (b) कथन 1 और 2
(c) कथन 2 और 3 (d) उपर्युक्त सभी
उत्तर- (d) उपर्युक्त सभी
व्याख्या :
जनमत संग्रह के बारे में :
- पिछले दो दशकों से अधिक समय से रूस की सत्ता पर क़ाबिज़ रहने वाले वर्तमान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस जनमत संग्रह से वर्ष 2036 तक अपने पद पर बने रह सकते हैं।
- दरअसल, रूस में संविधान संशोधन के लिए जनमत संग्रह कराया गया था।
- इस जनमत संग्रह में पुतिन को राष्ट्रपति के दो और कार्यकाल की इजाज़त देने के अलावा कई अन्य संशोधनों, जैसे- गारंटी पेंशन और समलैंगिक विवाह पर प्रतिबंध जैसे मुद्दों के लिए भी वोटिंग की गई ।
- इस जनमत संग्रह में जनता द्वारा 77.9 फ़ीसदी मतदेकर पुतिन की दावेदारी का समर्थन किया गया।
- दरअसल, राष्ट्रपति पुतिन का वर्तमान कार्यकाल 2024 में ख़त्म होना था। परंतु अब इस कार्यकाल के समाप्त होने के बाद ये 6-6 साल के दो अतिरिक्त कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति पद पर नियुक्त किये जा सकेंगे।
- इस जनमत संग्रह में कुल मतों के 77.9 फ़ीसदी मत संविधान संशोधन के समर्थन में पड़े।
- बता दें कि संसद और संवैधानिक न्यायालय से पहले ही इन संवैधानिक बदलावों को अनुमति मिल चुकी है।
- ग़ौरतलब है कि पहले यह मतदान 22 मई को होना था लेकिन कोरोना वायरस के कारण इसे स्थगित करना पड़ा।
- सात दिनों तक चली इस वोटिंग प्रक्रिया के परिणाम आधिकारिक रूप से 02 जुलाई, 2020 को प्रकाशित किये गए।
प्रश्न-5. हाल ही में कौन पाकिस्तान की पहली महिला लेफ्टिनेंट जनरल बनी हैं?
(a) शाहिदा मलिक (b) शाहिदा बादशाह
(c) निगार जौहर (d) असमा कौसर
उत्तर- (c) निगार जौहर
व्याख्या : हाल ही में डॉक्टर निगार जौहर को पाकिस्तान के लेफ्टिनेंट जनरल पद पर नियुक्त किया गया है।
इसके साथ ही ये पाकिस्तान की पहली महिला सर्जन लेफ्टिनेंट जनरल बन गई हैं।
जनरल निगार जौहर को फ़ौज की मेडिकल कोर में ‘प्रेरक शक्ति’ कहा जाता है अर्थात् एक ऐसी अधिकारी जो रुकती नहीं हैं।
डॉ. निगार जौहर के बारे में :
- लेफ्टिनेंट जनरल डॉक्टर निगार जौहर ख़ैबर पख़्तूनख़्वाह के स्वाबी ज़िले की रहने वाली हैं ।
- डॉक्टर निगार जौहर के पिता और पति का संबंध भी पाकिस्तानी फ़ौज सेहै।
- जनरल निगार जौहर आर्मी मेडिकल कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल और मिलट्री अस्पताल रावलपिंडी में कमांडेंट पद पर भी रह चुकी हैं।
- इन्हें 2017 में मेजर जनरल के पद पर प्रोन्नत किया गया था जिससे ये पाकिस्तान आर्मी में मेजर जनरल के पद पर तैनात होने वाली तीसरी महिला बनीं।
ग़ौरतलब है कि इससे पूर्व पाकिस्तान के इतिहास में मेजर जनरल के पद पर पहुंचने वाली पहली महिला अधिकारी डॉक्टर शाहिदा मलिक थीं, जबकि डॉक्टर शाहिदा बादशाह दूसरी महिला अधिकारी थीं जो मेजर जनरल के पद तक पहुंची थीं।