37 साल में अमूल का टर्नओवर 121 करोड़ से 33 हज़ार करोड़ रु. हुआ
अमूल ब्रांड से दुग्ध और दुग्ध उत्पादों के कारोबार वाले ‘गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन’ (जीसीएमएमएफ़) ने 2018-19 के पूर्ण होने के साथ ही अपने वार्षिक टर्नओवर का सर्वोच्च स्तर प्राप्त किया। जीसीएमएमएफ़ का इस वर्ष का सालाना टर्नओवर 33 हज़ार करोड़ रुपए रहा जोकि पिछले साल की अपेक्षा 13 फ़ीसदी ज़्यादा है।
मुख्य बिंदु:
- जीसीएमएमएफ़ द्वारा वर्ष 2020-21 तक 50 हज़ार करोड़ रुपए के टर्नओवर का लक्ष्य रखा गया है।
- कंपनी की 350 लाख लीटर दूध प्रतिदिन की उत्पादन क्षमता है।
- वर्ष 2018-19 में जीसीएमएमएफ़ के 18 सदस्य दूध संघों द्वारा गुजरात के 18 हज़ार से ज़्यादा गांवों में से 36 लाख से ज़्यादा दूध उत्पादों से प्रतिदिन औसतन 230 लाख लीटर दूध एकत्र किया जोकि इससे पहले वर्ष की तुलना में 10 फ़ीसदी अधिक रहा।
- पाउच मिल्क, कंपनी का सर्वाधिक टर्नओवर वाला उत्पाद है।
- कंपनी ने फ्लेवर मिल्क, चॉकलेट, फ़्रूट आधारित अमूल ट्रू, कैमल मिल्क और नई कुल्फी रेंज बाज़ार में उतारी है।
अमूल:
अमूल भारत का एक दुग्ध सहकारी आन्दोलन है और इसका मूल आणंद (गुजरात) में है। इसकी स्थापना 1946 में हुई थी। यह एक ब्रान्ड नाम है जो गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ लिमिटेड नाम की सहकारी संस्था के प्रबन्धन में चलता है।