उम्र में धोखाधड़ी के दोषी पाए जाने वाले क्रिकेटर पर दो वर्ष का प्रतिबंध लगेगा: बीसीसीआई
उम्र में धोखाधड़ी के दोषी पाए जाने वाले क्रिकेटर को सभी मान्यता प्राप्त टूर्नामेंट्स से दो साल के लिए प्रतिबंधित किया जाएगा। इस सन्दर्भ में भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) ने 27 नवंबर, 2018 को एक घोषणा करते हुए कहा कि 2018-19 सत्र से जो क्रिकेटर अपनी जन्म-तिथि से छेड़छाड़ का दोषी पाया जायेगा तो उसे अयोग्य घोषित कर बीसीसीआई के किसी भी टूर्नामेंट में खेलने से दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। अब तक ऐसे क्रिकेटरों पर एक साल का प्रतिबंध लगता था।
बीसीसीआई ने कहा कि खेल में आयु की धोखाधड़ी को लेकर बीसीसीआई की शून्य सहिष्णुता की नीति है और बीसीसीआई के 2018-19 और 2019-2020 सत्र के दौरान टूर्नामेंट में पंजीकरण के तहत जन्म-तिथि के प्रमाण-पत्र से छेड़छाड़ के दोषी क्रिकेटरों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
हाल ही में बीसीसीआई द्वारा मेघालय की ओर से खेलने जा रहे दिल्ली के खिलाड़ी जसकीरत सिंह सचदेवा को अंडर-19 टूर्नामेंट में खेलने के लिए जाली जन्म प्रमाण-पत्र देने पर प्रतिबंधित किया गया था।
विदित हो कि ‘बीसीसीआई’ भारत में क्रिकेट के लिए राष्ट्रीय शासकीय निकाय है जिसे भारत सरकार सरंक्षण देती है। इसका गठन तमिलनाडु सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के तहत पंजीकृत के रूप में दिसंबर 1928 में किया गया था। यह राज्य क्रिकेट संघों का एक संघ है। इसका मुख्यालय मुंबई में है।