तुर्की की सबसे बड़ी “कैमलीका” मस्जिद बनकर तैयार; दो महिलाओं ने बनाया है डिज़ाइन
तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में देश की सबसे बड़ी “कैमलीका” मस्जिद 7 मार्च, 2019 से आम लोगों के लिए खोल दी गई। पहले ही दिन इस मस्जिद में नौ हज़ार से ज़्यादा लोगों ने नमाज़ अदा की। इस मस्जिद में एक साथ 60 हज़ार से ज़्यादा लोग नमाज़ पढ़ सकते हैं। यह मस्जिद इस्तांबुल की कैमलिक पहाड़ी पर बनाई गयी है।
“कैमलीका मस्जिद”:
- इस मस्जिद के निर्माण में छह साल का समय लगा।
- क़रीब 280 करोड़ रुपए का ख़र्च आया है इस मस्जिद के निर्माण में।
- इस्तांबुल की कैमलिक पहाड़ी पर बनाई गयी है यह मस्जिद।
- मस्जिद में अल्लाह के 16 नामों के साथ सोलह गुम्बद बनाये गए हैं।
- इसमें एक मयूज़ियम, इस्लामिक आर्ट गैलरी और लाइब्रेरी भी है।
- यह मस्जिद इतनी ऊंची है की इसे इस्तांबुल के सभी उपनगरों से देखा जा सकता है।
- यह देश की दूसरी ऐसी मस्जिद है जिसमें छह मीनारें हैं। इनमें से चार मीनारें 107.1 मीटर ऊंची हैं जोकि सन 1071 में ऑटोमन साम्राज्य के समय सेल्जुक तुर्क की अनातोलिया में बैजन्तिया सेना विरुद्ध विजय का प्रतीक हैं।
दो महिला आर्किटेक्ट्स ने बनाया है डिज़ाइन:
इस मस्जिद की ख़ास बात यह है की इसका डिज़ाइन दो महिला आर्किटेक्ट्स हायरिये गुल और बहार मिजरक द्वारा तैयार किया गया है। मस्जिद का डिज़ाइन बनाने के लिए एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। दोनों महिलाओं ने प्रतियोगिता के लिए की गई 35 दिन की मेहनत के बाद यह बेहतरीन डिज़ाइन तैयार किया। शुरुआत में इस कार्य के लिए इन महिलाओं को आलोचना का सामना करना पड़ा किन्तु राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने इन दोनों आर्किटेक्ट्स की सराहना की।