परमाणु संधि से पृथक हो अमेरिका ने बनाया “ईरान एक्शन ग्रुप”
ईरान के साथ अपने संबंधों को सुधारने के उद्देश्य से अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने 16 अगस्त, 2018 को ईरान एक्शन ग्रुप (आईएजी) की स्थापना करने की घोषणा की। यह घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा ईरान परमाणु समझौते से स्वयं को पृथक किये जाने के बाद की गई है।
महत्व :
आईएजी की स्थापना के सन्दर्भ में वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इससे ईरान और अमेरिका के बीच युद्ध के आसार बन सकते हैं. दूसरी ओर विश्लेषकों का यह भी मानना है कि यदि किसी भी प्रत्यक्ष वार्ता में प्रवेश करने से पहले यह पहला कदम है, तो यह ईरान की वैध चिंताओं पर विचार करने हेतु यथार्थवादी दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में मददगार भी साबित हो सकता है।
आईएजी सम्बन्धी मुख्य तथ्य :
- अमेरिका के योजना विकास विभाग के निदेशक ब्रायन हुक को इस समूह का प्रमुख बनाया गया है। माना जा रहा है कि अगर राष्ट्रपति ट्रम्प वार्ता के लिए जाते हैं तो अमेरिकी-ईरान कूटनीति को सुविधाजनक बनाने में हुक एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
- ग्रुप के गठन के अवसर पर ब्रायन हुक ने कहा कि ईरान की घातक गतिविधियां काफी व्यापक थीं तथा ईरान के प्रति हमारी नई रणनीति इस प्रकार की सभी अभिव्यक्तियों को संबोधित करती है।
- ब्रायन हुक को ‘ईरान के लिए विशेष प्रतिनिधि’ के तौर पर नियुक्त किया गया है।
- आईएजी उन देशों के साथ भी संबंधों को बेहतर बनाने का प्रयास करेगा जो संयुक्त राज्य अमेरिका की ही भांति ईरान के खतरे को भली प्रकार समझते हैं।
- यह सुनिश्चित करेगा कि अमेरिकी विदेश विभाग ईरान के अंतःक्रिया भागीदारों के साथ मेल-जोल बनाए रखे।