वैज्ञानिकों ने खोजा मानव को ढूंढने में मच्छरों की मदद करने वाला रिसेप्टर
वैज्ञानिकों ने मच्छरों के मनुष्य या अन्य प्राणियों का पता लगाने में मदद करने वाले रिसेप्टर का पता लगाया है। करेंट बायोलॉजी (Current Biology) जर्नल में हाल ही में प्रकाशित फ्लोरिडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के प्रो. मैथ्यू डिजेनारो और उनके सहयोगियों के एक शोध पत्र में यह ख़ुलासा किया गया है।
इन्होंने मच्छर के एंटिना में एक ऐसे रिसेप्टर की पहचान की है जो मानव के पसीने से निकलने वाले लेक्टिक एसिड को खोजने की क्षमता रखता है। कार्बन डाईऑक्साइड की मौजूदगी, गर्मी और शरीर की गंध के ज़रिये मच्छर मनुष्य तक पहुँचते हैं।
प्रो. डिजेनारो ने बताया कि उन्होंने एक सरल टेस्ट के ज़रिये जाना कि मच्छर का आईआर8ए रिसेप्टर लेक्टिक एसिड पर प्रतिक्रिया देता है। उनके अनुसार, दशकों पहले यह पता लगाया जा चुका है कि मच्छरों को मानव के पसीने में मौजूद लेक्टिक एसिड आकर्षित करता है, किन्तु इस रहस्य की जानकारी नहीं थी की यह क्यों और कैसे होता है।
अब इस बात का पता लगने के बाद ऐसे कीटनाशक और केमिकल्स बनाने में मदद मिलेगी जिनके ज़रिये आईआर8ए रिसेप्टर को काम करने से रोका जा सकेगा। यद्यपि कार्बन डाईऑक्साइड पहचानने वाले रिसेप्टरों की पहचान अब तक रहस्यपूर्ण बनी हुई है।
डॉ. डिजेनारो और उनकी टीम के मुताबिक़, ये भी आईआर8ए समूह के रिसेप्टर हो सकते हैं किन्तु, अभी इनका पता नहीं लगाया जा सका है।