स्वीडन का ‘फ्लाईट शेमिंग, ट्रेन ब्रैगिंग’ (उड़ान को ना, ट्रेन को हां) अभियान पूरे यूरोप में फैला
हाल ही में स्वीडन और यूरोप के लोगों में ‘फ्लाईट शेमिंग, ट्रेन ब्रैगिंग’ अथवा ‘उड़ान को ना, ट्रेन को हां’ अभियान चल रहा है जो अब पूरे यूरोप में ज़ोर पकड़ रहा है। दरअसल, इस अभियान के तहत लोग अपनी यात्राओं के लिए फ्लाइट के बजाय ट्रेन यात्रा का विकल्प चुन रहे हैं।
इस पहल के तहत प्लेन से ग़ैरज़रूरी यात्रा को रोकने का अनुरोध किया जा रहा है, तो वहीं ट्रेन से यात्रा करने को बढ़ावा देने की बात कही जा रही है। इसके लिए लोग ट्रेन यात्रा के फायदे गिना रहे हैं और रोचक किस्से भी सुना रहे हैं। ट्रेन से सफर करने वाले साथियों को टिप्स भी देते हैं।
इस ग्रुप में फ्लाइट से अनावश्यक सफर करने वाले कुछ लोगों द्वारा जहां शर्मिंदगी जताई जा रही है वहीँ भविष्य में ट्रेन से सफर करने के वादे भी किये जा रहे हैं।
दरअसल, यह अनूठी पहल की शुरुआत जलवायु परिवर्तन पर स्वीडन के फोकस के तहत हुई है। आम लोगों के अलावा नेताओं से कलाकार तक सभी लोग इसके लिए हर हफ्ते स्वीडन की संसद के सामने प्रदर्शन करते हैं। यूरोप के बड़े बिज़नेस ग्रुप भी अब ट्रेन यात्रा को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसको देखते हुए अब रात के समय बंद हो चुकी ट्रेनों को फिर से शुरू कराने की भी कोशिश की जा रही है।
धीरे-धीरे अब ऑस्ट्रेलियाई लोग भी इस अभियान से जुड़ रहे हैं।