पाकिस्तान में घुड़सवारी के “टेंट पेगिंग फ़ेस्टिवल” का आयोजन
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में चार दिवसीय टेंट पेगिंग फेस्टिवल (Tent Pegging Festival) का आयोजन हुआ। इस बार इस उत्सव में 120 घुड़सवार पारंपरिक परिधान पहन कर व पगड़ी लगाकर मैदान में उतरे। इसमें सिर्फ ग्रामीण खिलाड़ियों ने हिस्सा।
आयोजकों के अनुसार, 27 मार्च, 2019 को हुए इस खेल में इस बार छह विश्व रिकॉर्ड बने जिनमें 120 घुड़सवारों द्वारा 166 सेकंड में फ़िनिश लाइन पार करना तथा एक बार में 90 लकड़ी के ब्लॉक हिट करना शामिल हैं।
टेंट पेगिंग फेस्टिवल (Tent Pegging Festival):
- यह उत्सव खानेवाल ज़िले के गांव तुलुंबा में हर साल होता है।
- इसमें हिस्सा लेने वाले को अच्छा घुड़सवार होने के साथ भाला चलाने वाला भी होना चाहिए।
- पोलो की तरह खेले जाने वाले इस खेल में घुड़सवार को भाले से मैदान में लगा लकड़ी का खूंटा उखाड़ना होता है।
- यह एक महंगा खेल होने की वजह से कुछ दशकों से ख़त्म होता जा रहा है।
- इस फेस्टिवल का उद्देश्य 2400 साल पुराने खेल और परपंरा को ज़िन्दा रखना है।
- माना जाता है कि सिख योद्धा टेंट पेगिंग को युद्ध कौशल में आज़माते थे, ताकि गुरिल्ला हमले कर सकें। सिख योद्धाओं की पहली घुड़सवार टुकड़ी रात में दुश्मनों के तंबुओं के खूंटे भाले से खोद देती थी। तंबू गिर जाने से दुश्मन उसमें एक तरह से कैद हो जाता था। फिर दूसरी टुकड़ी दुश्मन पर विजयी हमला कर मुड़ जाती थी। तभी से ये खेल शुरू हुआ।
- इस खेल की शुरुआत चौथी शताब्दी ईसा पूर्व मानी जाती है।
प्रथम विश्व कप-2014:
वर्ष 2014 में इस खेल के पहले विश्व कप का आयोजन 31 मार्च से 4 अप्रैल, 2014 तक ओमान में किया गया था। इस विश्व कप का ख़िताब 758.5 अंकों से दक्षिण अफ्रीका ने अपने नाम किया था जबकि 693.5 अंकों के साथ मेज़बान देश ओमान दूसरे स्थान पर और सूडान (654 अंक) तीसरे स्थान पर रहा।
इंटरनेशनल टेंट पेगिंग फेडरेशन (International Tent Pegging Federation –ITPF):
आईटीपीएफ़ की स्थापना वर्ष 2013 में की गई थी। इसका मुख्यालय मस्क़त, ओमान में है। भारत, पाकिस्तान, इंग्लैंड, ओमान, क़तर सहित संघ के 29 सदस्य देश हैं।