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भारत में जन-औषधि दिवस मनाये जाने की घोषणा

केंद्रीय रसायन और उर्वरक, सड़क परिवहन और राजमार्ग, जहाजरानी राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने  हाल ही में घोषणा की कि जेनेरिक दवाओं के उपयोग के बारे में जागरुकता पैदा करने के लिए 07 मार्च, 2019 को देशभर में जनऔषधि दिवस के रूप में मनाया जायेगा। इस अवसर पर उन्होंने स्वास्थ्य को विकास का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बताते हुए कहा कि प्रगति की इस रफ्तार के साथ देश के सभी ब्लॉकों में वर्ष 2020 तक कम से कम एक “प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना” (पीएमबीजेपी) केंद्र होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में जानलेवा बीमारियों से पीड़ित रोगियों के इलाज पर आने वाले ख़र्च में कमी लाने में जनऔषधि दवाओं की बड़ी भूमिका है।

इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए सभी पीएमबीजेपी केंद्रों पर कार्यक्रम आयोजित किए गये जिनमें डॉक्टर, स्वास्थ्य विशेषज्ञ, गैर-सरकारी संगठन और लाभार्थी शामिल थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के ज़रिये देशभर में जनऔषधि केंद्रों के मालिकों और योजना के लाभार्थियों के साथ बातचीत की।

 

मुख्य बिंदु:

  • जनऔषधि दवाओं से प्रतिदिन लगभग 10-15 लाख लोग लाभान्वित होते हैं।
  • जेनेरिक दवाओं की बाज़ार हिस्सेदारी पिछले 3 वर्षों में तीन गुना बढ़कर 2 से 7 फ़ीसदी हो गई है।
  • पीएमबीजेपी योजना ने आम नागरिकों के लिए लगभग 1000 करोड़ रुपये की कुल बचत की है, क्योंकि ये दवाएं औसत बाज़ार मूल्य की तुलना में 50 से 90 फ़ीसदी तक सस्ती हैं।
  • चार बड़े गोदामों दिल्ली, गुवाहाटी, बेंगलुरु, चेन्नई को खोला गया है, ताकि सभी पीएमबीजेपी केंद्रों पर जनऔषधि दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
  • ब्यूरो ऑफ फार्मा पीएसयू ऑफ इंडिया (बीपीपीआई) द्वारा किए गए सर्वेक्षण के अनुसार प्रतिमाह औसत बिक्री प्रति स्टोर 1.50 लाख रुपये (ओटीसी और अन्य उत्पादों सहित) तक बढ़ गई है।
  • पीएमबीजेपी के माध्‍यम से स्थायी और नियमित कमाई के साथ स्वरोज़गार के स्रोत भी उपलब्‍ध हो रहे हैं।
  • अब से प्रत्येक वर्ष 07 मार्च को देशभर में यह दिवस मनाया जायेगा।

 

“प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना” (पीएमबीजेपी) क्या है?

यह योजना प्रधानमंत्री ‪नरेन्द्र मोदी द्वारा 01 जुलाई, 2015 को घोषित की गई थी। योजनानुसार, सरकार द्वारा उच्च गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाओं के दाम बाज़ार मूल्य से कम किए जा रहें है। इसके तहत सरकार द्वारा ‘जन औषधि स्टोर’ बनाए गए हैं, जहां जेनरिक दवाइयां उपलब्ध कराई जाती हैं।

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