भारत-सिंगापुर की सेनाओं के मध्य ‘बोल्ड कुरुक्षेत्र अभ्यास-2019’ शुरू
भारत और सिंगापुर की सेनाओं के मध्य 8 अप्रैल, 2019 को द्विपक्षीय अभ्यास ‘बोल्ड कुरुक्षेत्र अभ्यास-2019’ झांसी के बबीना में शुरू हो गया। यह संयुक्त अभ्यास 11 अप्रैल तक आयोजित किया जायेगा। यह दोनों देशों के बीच आयोजित इस संयुक्त युद्धाभ्यास का 12वां संस्करण है।
इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों के बीच सैन्य तकनीक तथा समुद्री सुरक्षा को मज़बूत करना है।
इस युद्धाभ्यास में भारतीय दल का प्रतिनिधित्व कर्नल एस.पी. सिंह कर रहे हैं जबकि सिंगापुर के दल का प्रतिनिधित्व लेफ्टिनेंट कर्नल टोंग चोंग कियात कर रहे हैं। इस अभ्यास के द्वारा दोनों देश आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई को भी मज़बूती देंगे।
सिंगापुर, भारत में निवेश का आठवां सबसे बड़ा स्रोत है और आसियान सदस्य राष्ट्रों में सबसे बड़ा है।
विदित हो कि भारत और सिंगापुर के बीच लम्बे समय से परंपरागत रूप से मज़बूत और मैत्रीपूर्ण सांस्कृतिक, वाणिज्यिक और रणनीतिक संबंध रहे हैं। दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध 24 अगस्त, 1965 को स्थापित हुए थे। 1965 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ युद्ध और कश्मीर संघर्ष के ख़िलाफ़ सिंगापुर ने भारत का समर्थन किया था।
भारतीय सैन्य और सिंगापुर सशस्त्र बलों के बीच मौजूदा रक्षा संबंधों को मज़बूत करने के लिए 29 नवंबर, 2017 को संशोधित रक्षा सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर हुआ था। इसी समझौते के तहत सिंगापुर की सेना भारतीय सेना के साथ मिलकर प्रशिक्षण और फायरिंग अभ्यास करेगी। इससे पूर्व दोनों देशों ने वर्ष 2003 में सैन्य सहयोग बढ़ाने, संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण आयोजित करने, सैन्य प्रौद्योगिकी विकसित करने व समुद्री सुरक्षा हासिल करने पर एक द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किये थे।