2019-20 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर 7.5 फ़ीसदी रहने का अनुमान: वर्ल्ड बैंक
विश्व बैंक द्वारा वर्ष 2019-20 के लिए भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) विकास दर 7.5 फ़ीसदी रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है। विश्व बैंक द्वारा यह अनुमान दक्षिण एशिया पर 7 अप्रैल, 2019 को जारी एक रिपोर्ट में व्यक्त किया गया। इसमें वर्ष 2018-19 में भारत की विकास दर 7.2 फ़ीसदी दर्ज होने की उम्मीद जताई गई है। रिपोर्ट के अनुसार, निवेश ख़ासकर निजी निवेश में मज़बूती आने, मांग बेहतर होने तथा निर्यात में सुधार इसकी मुख्य वजह है।
रिपोर्ट के मुताबिक़, पहली तीन तिमाही के आंकड़ों से पता चलता है कि देश की आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी लगभग सभी क्षेत्रों में रही है। औद्योगिक वृद्धि बढ़कर 7.9 प्रतिशत पर आ गई। वहीं कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर 4 फ़ीसदी पर मज़बूत रही। मांग के संदर्भ में घरेलू खपत वृद्धि के लिए मुख्य कारक बनी हुई है, लेकिन स्थिर पूंजी निर्माण तथा निर्यात दोनों ने बढ़ी हुई दर से वृद्धि में योगदान दिया। केंद्र का घाटा 2019-20 में जीडीपी का 3.4 के स्तर पर बना रह सकता है।
वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान मुद्रास्फीति की स्थिति अधिकांश समय नियंत्रण में रही। रिपोर्ट के अनुसार, चालू खाता घाटा तथा राजकोषीय घाटा भी नियंत्रण में रहने की संभावना है।
विश्वबैंक की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि बाह्य मोर्चे पर भारत के निर्यात में सुधार तथा तेल के दाम में नरमी से चालू खाते का घाटा जीडीपी का 1.9 फ़ीसदी रहने का अनुमान है।