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Manipur CM Biren Singh Resignation: क्यों दिया मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने इस्तीफ़ा

Manipur के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह (N. Biren Singh) ने अपने पद से त्याग-पत्र (Resignation) दे दिया है। बीरेन सिंह ने 9 फ़रवरी  को राजभवन जाकर राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात की और इसके बाद उन्होंने उन्हें अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया। दिल्ली में अमित शाह से मुलाताक के बाद बीरेन सिंह ने यह फ़ैसला लिया।  

Manipur CM Biren Singh Resignation : मणिपुर हिंसा के क़रीब डेढ़ साल बाद राज्य के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है।

9 फ़रवरी की शाम उन्होंने राजभवन जाकर गवर्नर अजय कुमार भल्ला से मुलाकात की और इसके बाद उन्हें अपना इस्तीफ़ा (Resignation) सौंप दिया।

राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और ने मुख्यमंत्री का फैसला होने तक उनसे कार्यवाहक मुख्यमंत्री के तौर पर पद संभालने के लिए कहा है।

अपना त्याग-पत्र देने से पहले 9 फ़रवरी की सुबह को ही बीरेन सिंह ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाताक की थी।

इस मुलाक़ात के बाद वह इंफाल लौटे और शाम को उन उन्होंने अपने कुछ विधायकों के साथ राजभवन जाकर राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया।

Manipur CM N. Biren Singh Resignation : मुख्यमंत्री ने अपने इस्तीफ़े में लिखा कि अब तक मणिपुर के लोगों की सेवा करना उनके लिये सम्मान की बात रही है।

साथ ही उन्होंने कहा कि मैं केंद्र सरकार का आभारी हूँ जिसने मुझे प्रत्येक मणिपुरवासी के हितों की रक्षा के लिए समय पर कार्रवाई, हस्तक्षेप, विकास कार्य और विभिन्न परियोजनाओं के कार्यान्वयन का अवसर दिया।

बता दें कि एन. बीरेन सिंह पर मणिपुर में लम्बे समय से जारी हिंसा के चलते काफी दबाव था क्योंकि राज्य में लंबे समय से जारी व्यापक हिंसा ने उन्हें कठघरे में खड़ा कर दिया था।

3 मई, 2023 से मणिपुर में शुरू हुई प्रदेश के मैतेई और कुकी समुदाय के बीच जातीय हिंसा के बाद से मुख्यमंत्री सिंह की भूमिका पर लगातार सवाल उठ रहे थे।

इस हिंसा को 600 से ज़्यादा दिन बीत चुके हैं। हालाँकि, राज्य में पिछले महीने से शांति है और फ़िलहाल हिंसा की कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है।

लेकिन इस मुद्दे पर बीरेन सिंह शुरुआत से ही लगातार विपक्षी दलों के सवालों के घेरे में थे।

विपक्ष द्वारा लगातार उन पर हिंसा पर क़ाबू पाने में नाकाम रहने का आरोप लगाया जा रहा था और साथ ही उनके इस्तीफ़े की मांग भी की जा रही थी।

ऐसे में माना जा रहा है कि बीरेन सिंह के खिलाफ कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाने की योजना बना रही थी जिसमें सत्ता पक्ष के कुछ विधायकों के समर्थन होने की खबरें भी सामने आ रही थी।

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कौन हैं एन. बीरेन सिंह (Manipur CM N. Biren Singh)

मणिपुर से फ़ुटबॉल खिलाड़ी के तौर पर राष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाने वाले नोंगथोम्बम बीरेन सिंह मैतेई समुदाय से जुड़े हैं। एक राजनीतिज्ञ और पत्रकार हैं।

यह राजनीति में आने से पहले देश के बाहर खेलने वाले मणिपुर के एकमात्र मशहूर फुटबाल खिलाड़ी थे और बाद में एक पत्रकार के तौर पर भी काफ़ी चर्चित रहे।

यह साल 1981 में डूरंड कप जीतने वाली सीमा सुरक्षा बल टीम के सदस्य थे।

बीरेन सिंह को पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह का ख़ास माना जाता था।

बीरेन सिंह ने साल 2002 में राजनीति में क़दम रखा।

उन्होंने डेमोक्रेटिक रिवोल्यूशनरी पीपुल्स पार्टी की तरफ से विधानसभा चुनाव लड़ा और पहली बार में ही हिंगांग सीट से जीत दर्ज की।

अक्तूबर 2016 में बीरेन सिंह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।

इसके बाद, साल 2017 में वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुआई वाली सरकार में पहली बार मुख्यमंत्री बने।

इसके अलावा, इन्होंने 2022 के विधानसभा चुनावों में 60 सदस्यीय मणिपुर विधानसभा में 32 सीटों के साथ जीत के बाद मणिपुर के सीएम के रूप में शपथ ली।

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