skip to Main Content

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने “स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार-2019” प्रदान किए

राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने 06 मार्च, 2019 को नई दिल्ली में एक समारोह में स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार-2019 (The Swachh Survekshan Awards-2019)  प्रदान किये। इसके तहत मध्यप्रदेश के इंदौर शहर को स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार का प्रथम पुरस्कार मिला। यह लगातार तीसरा वर्ष है जब इंदौर को यह पुरस्कार प्राप्त हुआ है।

इन पुरस्कारों के तहत कुल 70 श्रेणियों में पुरस्कार दिए गये। सबसे स्वच्छ शहर के साथ ही स्टार रैंकिंग और ज़ीरो वेस्ट मैनेजमेंट का पुरस्कार भी इंदौर को ही मिला। वहीं, मध्यप्रदेश ने कुल 19 पुरस्कार जीते।

इन पुरस्कारों का गठन भारत सरकार के आवास और शहरी कार्य मंत्रालय की पहल पर किया गया है।

 

स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार-2019” से संबंधित तथ्य:

  • इंदौर शहर ने स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार का प्रथम पुरस्कार जीता।
  • भोपाल सबसे स्वच्छ राजधानी चुनी गई।
  • इसके अलावा 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में अहमदाबाद और पांच लाख से कम आबादी वाले शहरों में उज्जैन पहले स्थान पर हैं।
  • भारत की सबसे स्वच्छ छावनी दिल्ली छावनी को चुना गया। वहीँ, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) क्षेत्र ‘सबसे स्वच्छ छोटा शहर’ घेाषित किया गया।
  • इस स्वच्छता सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़, झारखंड और महाराष्ट्र देश के शीर्ष 3 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनकारी राज्यों के रूप में उभरे हैं।
  • उत्तराखंड का गौचर ‘सर्वश्रेष्ठ गंगा शहर’ घोषित किया गया है।
  • स्टार रेटिंग में केवल इंदौर, अंबिकापुर और मैसूर ही फाइव स्टार रेटिंग प्राप्त कर सके। सेवन स्टार रेटिंग किसी भी शहर को नहीं दी गई।

 

इंदौर में स्वच्छता:

  • इंदौर में 9 हज़ार से अधिक घरों में गीले कचरे से होम कम्पोस्टिंग का कार्य किया जा रहा है।
  • सौ फ़ीसदी कचरे की प्रोसेसिंग और बिल्डिंग मटेरियल और व्यर्थ निर्माण सामग्री का कलेक्शन और निपटान करने वाला यह देश का पहला शहर है।
  • यह पहला शहर है जहां ट्रेंचिंग ग्राउंड को पूरी तरह समाप्त कर वहां नए प्रयोग शुरू किए गए हैं।
  • सौ फ़ीसदी लोगों के घरों से कचरा उठाकर सही स्थान पर उसका निपटान करने वाला भी यह देश का पहला शहर है।
  • लाखों लोगों की मौजूदगी के दो ज़ीरो वेस्ट इवेंट आयोजित करने वाला यह पहला शहर है।
  • शहर में कूड़ा उठाने वाले वाहनों की देख-रेख हेतु जीपीएस, कंट्रोल रूम और 19 ज़ोन की व्यवस्था की गई है।

 

विदित हो कि सर्वे में शामिल शहरों की ओर से स्वच्छता के संदर्भ में 4.5 लाख पत्र अपलोड किए गए जिनके आधार पर सर्वश्रेष्ठ शहर को चुना गया। इस सर्वे में 4237 शहरों का सर्वेक्षण 28 दिनों में किया गया। इस दौरान विभिन्न टीमों द्वारा 64 लाख लोगों से बात की गई, सोशल मीडिया के ज़रिये इन शहरों के चार करोड़ लोगों से फीडबैक लिया गया, तथा इन शहरों के 41 लाख फोटो एकत्रित किये गए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top