16वीं शताब्दी की धार्मिक मोनालिसा की पेंटिंग ‘सेल्वाडोर मुंडी’ गायब हुई
मोनालिसा का ‘धार्मिक’ स्वरूप मानी जाने वाली प्रसिद्ध चित्रकार लियोनार्दो दा विंची द्वारा बनाई गई ईसा मसीह की पेंटिंग “सेल्वाडोर मुंडी” ग़ायब हो गई है। नवंबर 2017 में हुई एक नीलामी में यह पेंटिंग किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा रिकॉर्ड 3,152 करोड़ रुपए की बोली लगाकर ख़रीदी गई थी। यह व्यक्ति सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का क़रीबी माना जाता है। इस नीलामी के एक माह बाद इस पेंटिंग को अबु धाबी के संस्कृति विभाग द्वारा कथित रूप से इस पेंटिंग को सितम्बर 2018 में भव्य रूप से प्रदर्शित करने की घोषणा की गई थी। लेकिन अब किसी को नहीं पता कि यह पेंटिंग कहां है।
16वीं शताब्दी की है “सेल्वाडोर मुंडी”:
ऑक्सफ़ोर्ड के कला इतिहासकार मार्टिन केम्प के मुताबिक़, “सेल्वाडोर मुंडी” पेंटिंग प्रसिद्ध चित्रकार लियोनार्दो दा विंची द्वारा 1500 के आस-पास बनाई गई। माना जाता है कि 1649 तक यह इंग्लैंड के रजा चार्ल्स प्रथम के पास रही। इसके बाद 18वीं शताब्दी के अंत के आस-पास के बाद से इतिहास में इसका उल्लेख नहीं मिलता है। लेकिन 19वीं शताब्दी में यह ब्रिटेन के एक उद्योगपति के पास पाई गई थी।