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चुम्बकीय उत्तरी ध्रुव (North Magnetic Pole): अप्रत्याशित परिवर्तन का प्रभाव

What is North Magnetic Pole

ब्रिटिश जियोलॉजिकल सर्वे (British Geological Survey) द्वारा हाल ही में किये गए एक अध्ययन में पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र (Magnetic Field) में अप्रत्याशित परिवर्तन पाया गया है। सर्वे के मुताबिक़, पृथ्वी के चुम्बकीय उत्तरी ध्रुव (North Magnetic Pole-NMP) में अप्रत्याशित बदलाव हो रहा है। पृथ्वी का चुम्बकीय उत्तरी ध्रुव कनाडा में अपनी वर्तमान स्थिति से साइबेरिया की ओर बढ़ रहा है। ग़ौरतलब है कि चुम्बकीय उत्तरी ध्रुव के खिसकने से जीपीएस (GPS) प्रभावित नहीं हुआ है, क्योंकि यह उपग्रह आधारित है।

मुख्य तथ्य:  

  • सर्वे में पाया गया है कि पृथ्वी का चुम्बकीय उत्तरी ध्रुव अपने स्थान से खिसक रहा है। वर्तमान में इसके खिसकने की दर लगभग 50 किलोमीटर प्रति वर्ष है।
  • इस बदलाव के चलते भू-भौतिकविदों द्वारा ‘विश्व चुम्बकीय मॉडल’ (World Magnetic Model – WMM), जो नेविगशन उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है, पर पुनर्विचार किया जा रहा है।
  • वैज्ञानिकों के अनुसार, बीते कुछ दशकों में यह इतना तेज़ बदलाव है कि इसकी वजह से पूर्व में लगाए गए अनुमान अब नौवहन के लिए सटीक नहीं रहे हैं।
  • इस तरह के बदलाव का सबसे बड़ा कारण पृथ्वी के आतंरिक भाग में मौजूद तरल लोहे (आयरन) में अप्रत्याशित परिवर्तन का आना है। इसमें हो रहे अप्रत्याशित बदलावों के चलते अमेरिकी सेना द्वारा इसकी प्रारंभिक समीक्षा की बात की जा रही है।

विश्व चुम्बकीय मॉडल (World Magnetic Model)

‘विश्व चुम्बकीय मॉडल’ कोर और बड़े पैमाने पर क्रस्टल मैग्नेटिक फ़ील्ड (Crustal Magnetic Field) का एक मानक मॉडल है। यह पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का स्थानिक पैमाने पर प्रतिनिधित्व करता है। इसका उपयोग यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका द्वारा रक्षा उद्देश्यों हेतु नेविगेशन के लिए किया जाता है। यह स्मार्टफोन में मैप ऐप्लिकेशन का भी हिस्सा है जिसमें ‘गूगल मैप’ भी शामिल है। नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइज़ेशन (NATO) और अंतर्राष्ट्रीय हाइड्रोग्राफ़िक संगठन (IHO) भी इसका प्रयोग करते हैं। इसके अलावा इसका उपयोग व्यापक रूप से नागरिक नेविगेशन में भी किया जाता है। इसे समुद्री और हवाई जहाजों के नेविगशन सिस्टम के साथ भू-वैज्ञानिक अनुप्रयोगों (ड्रिलिंग एवं खनन) आदि में देखा जा सकता है। इस मॉडल को वर्ष 2015 में पांच वर्षों (2015-2020) के लिए तैयार किया गया था। अमेरिकी राष्ट्रीय महासागर और वायुमंडलीय प्रशासन (NOAA) के शोधकर्ताओं द्वारा इस मॉडल की देख-रेख की जाती है।

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क्या है चुम्बकीय उत्तरी ध्रुव (North Magnetic Pole- NMP) ?

चुम्बकीय उत्तरी ध्रुव की खोज 1831 में जेम्स क्लार्क रॉस द्वारा की गई थी। चुंबकीय उत्तरी ध्रुव उत्तरी कनाडा के एल्समेरे द्वीप पर एक बिंदु है जहां से आकर्षण की उत्तरी रेखाएं पृथ्वी में प्रवेश करती हैं। चुम्बकीय ध्रुवों की गति जानने के लिए वैज्ञानिकों द्वारा कार्बन डेटिंग नामक विधि का प्रयोग किया जाता है। सेनाएँ पैराशूट उतारने और नौवहन के लिए चुम्बकीय उत्तरी ध्रुव पर निर्भर रहती हैं। नासा, संघीय विमानन प्रशासन एवं अमेरिकी वन सेवा भी चुम्बकीय उत्तरी ध्रुव की मदद से ही दिशा निर्धारण का काम करती हैं। ध्यातव्य है कि चुम्बकीय उत्तरी ध्रुव वर्ष 2017 में ही अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा (International Date Line) को पार कर चुका है। पृथ्वी का चुम्बकीय उत्तरी ध्रुव उसके भौगोलिक ध्रुव से अलग होता है। कम्पास की सूई चुम्बकीय उत्तरी ध्रुव को दर्शाती है। भौगोलिक ध्रुव पृथ्वी के उस अक्ष को मिलाने वाले बिंदुओं को कहते हैं जिन पर पृथ्वी घूमती है।

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