भारत तथा ब्रिटेन की नौसेनाओं के मध्य आईएन-आरएन युद्धाभ्यास “कोंकण-18” गोवा में आरंभ
भारत और ब्रिटेन की नौसेनाओं के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास ‘आईएन-आरएन कोंकण 2018’ गोवा में 29 नवम्बर, 2018 से शुरू हो गया। कोंकण 2018 युद्धाभ्यास का आयोजन 28 नवम्बर से 6 दिसम्बर, 2018 तक गोवा में किया जायेगा जिसमें दोनों नौसेनाओं की यूनिटें भाग लेंगी।
इस वर्ष के युद्धाभ्यास का मुख्य विषय “वायु भेदी जंग, ज़मीन रोधी जंग, पनडुब्बी रोधी जंग, समुद्र में कार्रवाई तथा युद्ध कौशल (विज़िट बोर्ड सर्च एंड सीज़र) जहाज़ को चलाने की कला का क्रमिक विकास” रहा। समुद्र में युद्धाभ्यास के अलावा “कोंकण-2018” में पेशेवर परस्पर क्रियाओं और क्रीड़ा प्रतियोगिताओं को भी शामिल किया गया है।
“कोंकण-2018” के तहत बंदरगाह चरण 28 से 30 नवम्बर, 2018 तक होगा जिसके बाद 2 दिसम्बर से 6 दिसम्बर, 2018 तक समुद्री चरण जारी होगा। इसमें दोनों देशों के नौसैनिक एक दूसरे के साथ रण कौशल के विभिन्न गुर तथा अनुभव साझा करेंगे। इस अभ्यास के दौरान बीच सागर में किसी संदिग्ध पोत का औचक निरीक्षण किया जाता है।
इस युद्धाभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों के मध्य रणनीतिक स्थिरता, आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देना और समुद्री इलाके में सकारात्मक माहौल सुनिश्चित करना तथा एक-दूसरे के अनुभवों से आपसी लाभ प्राप्त करना है और यह दोनों देशों के बीच सहयोग जारी रखने का संकेत है। यह युद्धाभ्यास दोनों देशों की नौसेनाओं को एक ऐसा मंच प्रदान करता है जहाँ समुद्र और बंदरगाह में समय-समय पर युद्धाभ्यास हो सके जिससे पारस्परिकता का निर्माण तथा बेहतरीन कार्यप्रणाली का आदान-प्रदान किया जा सके।
“कोंकण-2018” में रॉयल नेवी का प्रतिनिधित्व एचएमएस ड्रेगन, टाइप 45 क्लास विध्वंसक पोत करेगा, जो वाइल्डकैट हेलीकॉप्टर से लैस है। दूसरी ओर भारतीय नौसेना आईएनएस कोलकाता को उतारेगी, यह पहला नवीनतम कोलकाता क्लास विध्वंसक पोत है, जिसमें सीकिंग और एक आईएन पनडुब्बी लगी है। साथ ही आईएन समुद्री गश्ती विमान डोर्नियर भी इस युद्धाभ्यास में भाग लेगा।
ध्यातव्य है कि कोंकण युद्धाभ्यास श्रृंखला की शुरूआत वर्ष 2004 में हुई थी और तब से इसमें बढ़ोत्तरी हुई है। इसका उद्देश्य रण कौशल की बारिकीयों तथा अनुभवों का परस्पर आदान-प्रदान करना है।