विकीलीक्स संस्थापक जूलियन असांज को लंदन पुलिस ने किया गिरफ्तार
विकिलीक्स (WikiLeaks) के संस्थापक जूलियन असान्ज (Julian Assange) को 11 अप्रैल, 2019 को लंदन स्थित इक्वाडोर दूतावास से ब्रिटिश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इक्वाडोर सरकार की ओर से असान्ज का शरणार्थी दर्जा वापस लिए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है।
असान्ज ने पिछले सात सालों से इक्वाडोर के दूतावास में शरण ले रखी थी। असांज पर अमेरिका, स्वीडन और ब्रिटेन में कई मामले दर्ज हैं। असांजे ने साल 2010 में बड़ी संख्या में अमेरिकी गोपनीय दस्तावेजों को सार्वजनिक किया था। एक यौन उत्पीड़न के केस में स्वीडन में प्रत्यर्पित किए जाने से बचने के लिए असांज ने इक्वाडोर दूतावास को अपना ठिकाना बना रखा था।
ब्रिटेन ने असान्ज की गिरफ़्तारी में सहयोग करने के लिए इक्वाडोर और राष्ट्रपति लेनिन मोरेनो का धन्यवाद करते हुए कहा कि असान्ज कोई हीरो नहीं है और कोई भी व्यक्ति क़ानून से ऊपर नहीं है।
ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड के रहने वाले 47 वर्षीय असान्ज कंप्यूटर कोडिंग, प्रोग्रामिंग और हैकिंग के महारथी माने जाते हैं। इन्होंने अपनी ‘विकिलीक्स’ नामक वेबसाइट के ज़रिये साल 2010 में इराक़ और अफ़ग़ानिस्तान युद्ध तथा अमेरिकी कूटनीति से जुड़े दस्तावेज़ जारी कर दुनियाभर में इन खुलासों से खलबली मचा दी थी। जिनमें अमेरिका, इंग्लैंड और नाटो की सेनाओं के गंभीर युद्ध अपराध करने के सबूतों का ब्यौरा था। इसके बाद ही स्वीडन ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। हालांकि, बाद में स्वीडन ने असांजे पर से यह मामला वापस ले लिया था।
असान्ज को विकिलीक्स पर उनके किये कार्यों के लिए 2008 में इकॉनोमिस्ट फ्रीडम ऑफ़ एक्सप्रेशन अवॉर्ड और साल 2010 में सेम एडम्स अवॉर्ड भी मिल चुका है।