महा वजिरालोंगकोर्न बने थाईलैंड के नए राजा; राजा रामा दशम के तौर पर हुआ राजतिलक
थाईलैंड के 66 वर्षीय राजा महा वजिरालोंगकोर्न का 04 मई, 2019 को अधिकारिक रूप से राजतिलक किया गया। वजिरालोंगकोर्न को राजा रामा दशम या रामा 10वें के रूप में जाना जाता है। इस अवसर पर उन्होंने अपनी सफेद यूनिफॉर्म बदलकर सोने के तारों से सिला राजा का लबादा और चप्पले पहनीं।
ब्राह्मण-बौद्ध रीति से हुआ राज्याभिषेक:
राजा वजिरालोंगकोर्न का राज्याभिषेक ब्राह्मण और बौद्ध रीति-रिवाजों से किया गया। राजतिलक समारोह पर क़रीब 25 करोड़ रुपए ख़र्च होंगे। इस राजतिलक की तैयारियां अप्रैल से शुरू हो गई थीं। इस दौरान देशभर से आशीर्वाद के रूप में जल ग्रहण किया गया था। इस जल को उन्होंने ग्रांड पैलेस परिसर के भीतर स्थित पवित्र स्थान पर अपने चेहरे पर छिड़का। ग़ौरतलब है कि पहले राजा को भारत की पवित्र नदियों से जुटाए पानी से शुद्ध किया जाता था।
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इस मौके पर तोपों की सलामी दी गई और बौद्ध महंतों ने मंत्रोच्चार किया। हिंदू एवं बौद्ध रीति-रिवाजों से संपन्न इस कार्यक्रम में उन्होंने धर्म एवं न्याय के साथ शासन करने की प्रतिबद्धता जताई। लोगों को राज्याभिषेक की रस्म को हॉल में लगी एक खिड़की के ज़रिए देखने की इजाज़त दी गई थी। 70 सालों में यह पहला मौका है जब थाईलैंड के लोगों ने राजा का राज्याभिषेक लाइव टीवी पर देखा।
7 किलो का सोने का मुकुट पहना:
राज्याभिषेक के समय राजा को आठ दिशाओं से लाया गया पानी दिया गया। मान्यता है कि इसके बाद राजा को राज्य के आठों दिशाओं से मान्यता मिल जाती है। इसके बाद ही वजिरालॉन्गकोर्न को सिंहासन की तरफ भेजा गया। यहां ब्राह्मण पंडितों ने उन्हें राजचिह्न, सोने का राजदंड और कीमती पत्थर से बनी तलवार प्रदान की। सिंहासन पर बैठने के बाद नए राजा को क़रीब साढ़े सात किलो सोने से बना मुकुट पहनाया गया जिसके ऊपरी हिस्से में प्राचीन भारत से बना हीरा जड़ा हुआ है।
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राजतिलक से पहले की चौथी शादी:
राजा वजिरालोंगकोर्न ने अपने राजतिलक से कुछ दिन पूर्व ही अपने निजी सुरक्षा बल की डिप्टी हेड सुथिदा तिजाई से चौथी शादी की है। शादी के बाद राजा ने उन्हें थानपुइंग यानि लेडी की उपाधि प्रदान की। सुथिदा राजा वजिरालोंगकोर्न से 26 साल छोटी हैं। 40 वर्षीया सुथिदा और राजा का पिछले दस साल से अफेयर चल रहा था। वजिरालोंगकोर्न की ये चौथी शादी है। उनका पहली तीन पत्नियों से तलाक़ हो चुका है और उनसे उनके सात बच्चे हैं। वजिरालोंगकोर्न ने वर्ष 2017 में सुथिदा को रॉयल थाई आर्मी का जनरल बनाया था। बाद में राजा ने उन्हें अपने पर्सनल गार्ड फ़ोर्स का हेड बना दिया था। सुथिदा थाई एयरवे में फ्लाइट अटेंडेंट भी रह चुकी हैं।
परंपरानुसार शादी के लिए रेंगकर आई रानी:
शादी की रस्म निभाने के लिए सोने के सिंहासन पर बैठे राजा वजिरालोंगकोर्न तक रानी रेंगकर पहुंची। राजा के पैरों में नतमस्तक हो कर उन्हें उपहार दिया। तब राजा ने पवित्र जल छिड़क कर रानी को टीका लगाया। इस शाही अनुष्ठान में बाक़ी लोग भी पेट के बल ज़मीन पर बैठे रहे। रॉयल कोर्ट के रजिस्ट्रार और अन्य सदस्य भी राजा को बधाई देने के लिए रेंगते हुए पहुंचे। दोनों की शादी का देशभर के टीवी चैनलों में प्रसारण किया गया। दोनों ने विवाह रजिस्ट्री में हस्ताक्षर किए।
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पहले कर चुके हैं तीन शादियाँ:
राजा वजिरालोंगकोर्न ने पहली शादी अपनी ममेरी बहन सोमसावली से 1977 में की थी जिनसे उनके एक बेटी है। 1993 में दोनों का तलाक़ हो गया। इसके बाद इन्होंने अभिनेत्री युवाहिदा पोलप्रेजर से दूसरी शादी की जो 1996 में ख़त्म हो गई। इनसे राजा के पांच बच्चे हैं। 2001 में श्रीरास्मी सुवादे से इन्होंने तीसरा विवाह किया। इनसे एक बीटा हुआ।
राजा वजिरालोंगकोर्न:
राजा वजिरालोंगकोर्न थाईलैंड के चक्री वंश के शासक हैं। ये इस वंश के 10वें सम्राट हैं। यह वंश थाईलैंड में तकसिन साम्राज्य के समाप्त होने के बाद से 1782 से देश पर शासन कर रहा है। राजा वजिरालोंगकोर्न ने कुछ समय पहले अपने प्रिय कुत्ते फू फू को रॉयल थाई एयरफ़ोर्स का एयर मार्शल बना दिया था। बाद में उसकी मौत होने पर देशभर में राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया था।
ग़ौरतलब है कि वजिरालोंगकोर्न को संवैधानिक तौर पर राजा की उपाधि उनके पिता महाराजा भूमिबोल अदुल्यादेज के वर्ष 2016 में हुए निधन के बाद मिली थी। भूमिबोल अदुल्यादेज की ताजपोशी मई 1950 में हुई थी। इन्होंने 70 सालों तक देश पर शासन किया था। इनका 88 वर्ष की उम्र में 2016 में निधन हो गया था। 2014 में निधन से पहले वह इतिहास में सबसे लंबे समय तक राज करने वाले राजा थे।
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