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NASA ने की नए SunRISE Mission की घोषणा

NASA Announced New SunRISE Mission to Study Causes of Giant Solar Particle Storms

अमेरिका के राष्ट्रीय वैमानिकी और अंतरिक्ष प्रशासन (National Aeronautics and Space Administration- NASA) ने 30 मार्च, 2020 को एक नए मिशन ‘सनराइज़’ (SunRISE Mission) की घोषणा की है। इस मिशन के लिये नासा ने 62.6 मिलियन डॉलर के बजट की घोषणा की है।

SunRISE Mission का उद्देश्य

  • ‘सनराइज़’ मिशन का उद्देश्य सूर्य की उत्पत्ति तथा सूर्य पर होने वाले विशाल मौसमी अंतरिक्ष तूफान, जिन्हें ‘सौर कण तूफान’ कहा जाता है, के बारे में अध्ययन (NASA Announced New SunRISE Mission to Study Causes of Giant Solar Particle Storms ) करना है।
  • यह मिशन इस बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा कि सूर्य का विकिरण अंतरिक्ष पर्यावरण को कैसे प्रभावित करता है।
  • यह सौर प्रणाली की क्रियाविधि से संबंधित जानकारी इकट्ठा करेगा जिससे चंद्रमा एवं मंगल पर जाने वाले अंतरिक्ष यात्रियों की रक्षा करने में मदद मिल सकती है।
  • मिशन सूर्य के वर्णक्रम (स्पेक्ट्रम) के उस भाग का भी अध्ययन करेगा जो आयनमंडल के कारण पृथ्वी पर नहीं देखा जा सकता है।
  • भविष्य में यह चंद्रमा अथवा मंगल ग्रह से संबंधित विभिन्न मिशनों पर जाने वाले अंतरिक्ष यात्रियों का सौर तूफानों से रक्षा करेगा।

 

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मुख्य तथ्य

  • इस मिशन का पूरा नाम ‘सन रेडियो इंटरफेरोमीटर स्पेस एक्सपेरिमेंट’ (Sun Radio Interferometer Space Experiment – SunRISE) है।
  • सनराइज़ में 6 क्यूबसैट (CubeSats) शामिल हैं जो एक बड़े रेडियो टेलीस्कोप के रूप में काम करेंगे।
  • यह मिशन एक पेलोड ऑर्बिटल डिलीवरी सिस्टम (PODS) से जुड़ा होगा और अपने सभी छः क्यूबसैट्स को जियोसिंक्रोनस अर्थ ऑर्बिट (GEO) में तैनात करेगा।
  • क्यूबसैट्स का समूह पृथ्वी के वायुमंडल के ऊपर एक-दूसरे से क़रीब 6 मील की दूरी पर उड़ेगा जहाँ रेडियो संकेतों को अवरुद्ध करके सनराइज़ द्वारा निरीक्षण किया जाएगा।
  • इसमें इसके अतिरिक्त छह व्यक्तिगत अंतरिक्ष यान भी मैपिंग के लिये मिलकर काम करेंगे।
  • सनराइज़ मिशन को मैक्सार द्वारा निर्मित वाणिज्यिक उपग्रह/ सैटॅलाइट द्वारा राइड शेयर मिशन के रूप में लॉन्च करने की पेशकश की गई है।  
  • यह सौर-संचालित क्यूबसैट समूह सौर गतिविधि से उत्सर्जित कम आवृत्ति वाले रेडियो चित्रों का निरीक्षण करता है और उन्हें नासा के डीप स्पेस नेटवर्क (NASA’s Deep Space Network) के माध्यम से साझा करता है।
  • इस मिशन को जुलाई 2023 में लॉन्च किये जाने की संभावना है।

 

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SunRISE Mission के बारे में

नासा ने अपने एक्सप्लोरर खोजकर्ता प्रोग्राम मिशन्स ऑफ़ ऑपर्च्युनिटी (Missions of Opportunity) के तहत 11 महीने की कॉन्सेप्ट स्टडी का संचालन करने हेतु अगस्त 2017 में दो मिशन निर्धारित किये थे। सनराइज़ उन दो मिशनों में से एक था।

सन राइज़ से संबंधित सारी व्यवस्था नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) द्वारा पासाडेना, कैलिफोर्निया में की जा रही है। ग़ौरतलब है कि नासा ने फरवरी 2019 में इस कार्यक्रम को तैयार करने के अध्ययन के लिए एक अतिरिक्त वर्ष को मंजूरी दी थी।

 

मिशन्स ऑफ ऑपर्च्युनिटी (Missions of Opportunity) के बारे में  

नासा के मिशन्स ऑफ ऑपर्च्युनिटी (Missions of Opportunity) के तहत अंतरिक्षयान लॉन्च करने से संबंधित अपेक्षाकृत कम लागत वाले मिशन शामिल हैं। ये नासा के सबसे पुराने और निरंतर जारी कार्यक्रम – खोजकर्ता कार्यक्रम का एक हिस्सा हैं, जिसका उद्देश्य अंतरिक्ष में बार-बार तथा कम लागत वाली यात्रा के अवसर प्रदान करना है। इन्हें अधिकतम वैज्ञानिक अध्ययनों को फिर से शुरू करने के लिए पूर्व स्वीकृति प्राप्त है।

विदित है कि एक्सप्लोरर कार्यक्रम के तहत पहला प्रक्षेपण जनवरी 1958 में अमेरिका के पहले उपग्रह के साथ किया गया था।

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