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COVID19: Bareilly में मज़दूरों पर Sodium Hypochlorite का छिड़काव

COVID19: Migrant workers sprayed with disinfectant to fight Coronavirus in Bareilly UP

COVID19: हाल ही में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बरेली (Bareilly) शहर में प्रवेश करने पर प्रवासी मज़दूरों के ऊपर रसायन (disinfectant) का छिड़काव करने का मामला चर्चा में रहा।

क्या था मामला?  

दरअसल, Corona Virus के कारण देशभर में चल रहे Lockdown की वजह से मुश्किलों का सामना कर रहे देश के विभिन्न शहरों से अपने घरों को लौटने वाले प्रवासी मज़दूरों के ऊपर उत्तर प्रदेश के बरेली में प्रवेश करने से पहले रसायन का छिड़काव किया गया। शहर के COVID​​-19 के प्रभारी नोडल अधिकारी के मुताबिक़, प्रवासी मज़दूरों पर केवल क्लोरीन और पानी के मिश्रण का छिड़काव किया गया था। जबकि बरेली के ही चिकित्सा अधिकारी के अनुसार, उन मज़दूरों पर सोडियम हाइपोक्लोराइट के घोल का छिड़काव किया गया था। प्रशासन के मुताबिक़, इन प्रवासियों की सुरक्षा हेतु केमिकल का छिड़काव किया गया जोकि Coronavirus के संभावित प्रसार को रोकने हेतु आवश्यक था।

 

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क्या है ‘सोडियम हाइपोक्लोराइट’ (Sodium Hypochlorite)?

सोडियम हाइपोक्लोराइट संक्षारक होता है और इसका उपयोग एक bleaching agent या disinfectant के रूप में तथा कठोर सतहों (जैसे स्विमिंग पूल आदि) को साफ करने के लिये भी किया जाता है।

इसे प्रायः कम सांद्रता वाले विलयन के रूप में Handwash में, त्वचा पर घावों या खरोंच के उपचार हेतु उपयोग किया जाता है जिसमें सोडियम हाइपोक्लोराइट की मात्रा 0.25 से 0.5 फ़ीसदी होती है। आमतौर पर सामान्य ब्लीच में 2 से 10 फ़ीसदी सोडियम हाइपोक्लोराइट का घोल होता है।

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मनुष्यों पर इसका प्रभाव

सोडियम हाइपोक्लोराइट में क्लोरीन की अत्यधिक मात्रा होने के कारण यह मनुष्यों के लिये ख़तरनाक है। इसका 0.05 फ़ीसदी घोल भी आँखों के लिये बेहद घातक हो सकता है। इससे शरीर पर खुजली या जलन पैदा हो सकती है और शरीर के भीतर प्रवेश करने पर यह फेफड़ों को गंभीर नुकसान पहुँचा सकता है।

ग़ौरतलब है कि कोरोनोवायरस से निपटने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा कठोर सतहों को साफ करने के लिये लगभग 2 से 10 फ़ीसदी सांद्रता वाले ब्लीच का उपयोग करने की सलाह दी गई है।

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