COVID-19 : भारत में लॉकडाउन के लिए बनाए गए 3 Zone

भारत सरकार द्वारा कोरोना (COVID-19) से लड़ाई को लेकर सभी प्रकार की रणनीति अपनाई जा रही है। इसी के मद्देनज़र देशव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) को 14 अप्रैल से आगे बढ़ाकर अब 3 मई तक कर दिया गया है।
इसके अलावा अब देश को तीन ज़ोन (Three Zones) में बांटे जाने की कवायद भी शुरू हो गई है।
ये तीन ज़ोन (Three Zones) होंगे – रेड (Red), ऑरेंज (Orange) और ग्रीन (Green) ।
महामारी की गंभीरता को देखते हुए सरकार इलाक़ों को रेड, ऑरेंज और ग्रीन ज़ोन में बांटेगी। लॉकडाउन को इन्हीं ज़ोन के हिसाब से लागू किया जाएगा। हालांकि इस दौरान भी सभी Zones में सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन करना आवश्यक होगा।
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क्या हैं ये तीन ज़ोन (Three Zones)?
- रेड ज़ोन (Red Zone): जिन इलाक़ों या ज़िलों से कोरोना संक्रमण के सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं उन्हें इस ज़ोन में शामिल किया जाएगा। ऐसे में इन इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात रहेंगे। जहां कोरोना के बहुत सारे मामले मिल रहे हैं, उन्हें रेड ज़ोन घोषित किया जा रहा है।
- ऑरेंज ज़ोन (Orange Zone): इस ज़ोन में वे इलाके या ज़िले शामिल होंगे जहां से कोरोना वायरस के मामले कम हैं या पॉज़िटिव मामलों की संख्या में कोई बढ़ोतरी नहीं हो रही है। किन्तु ये इलाक़े हाई रिस्क ज़ोन के अंतर्गत रहेंगे। ऑरेंज ज़ोन वाले इलाकों में फसलों को काटने और सीमित पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सशर्त इजाज़त दी जा सकती है।
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- ग्रीन ज़ोन (Green Zone): इस ज़ोन में वे इलाके चिन्हित किये जाएंगे जहां से अभी तक कोरोना का कोई भी मामला नहीं आया है। संभवत: इन इलाकों में कुछ शर्तों के साथ पब्लिक ट्रांसपोर्ट की इजाज़त भी दी जा सकती है। हालांकि इस दौरान भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना बहुत ज़रूरी होगा। ऑरेंज ज़ोन के अलावा ग्रीन ज़ोन में भी खेती से जुड़े कामों के लिए कुछ नियमों के साथ छूट मिल सकती है।
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